भारत में अधिकतर हिस्सों में वर्षा की अनिश्चितता के कारण कृषि के लिए पानी की समस्या बनी रहती है। पानी की समस्या के कारण फसल उत्पादन प्रभावित होता है जिसका सीधा असर किसानों की आर्थिक व्यवस्था पर पड़ता है। किसान महंगे सिंचाई के साधनों जैसे डीजल के कारण सिंचाई काफी प्रभावित होती है।
केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए उनके आर्थिक आमदनी बढ़ाने के लिए तमाम योजनाओं का संचालन कर रही हैं। इन योजनाओं की सहायता से हमारे भारतीय किसानों को सिंचाई की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इसी प्रकार हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों को उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए अनेक प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा किसानों कृषि के लिए फ्री के सिंचाई के साधन उपलब्ध करा रही है। हरियाणा में भी सिंचाई के साधनों के अभाव तथा महंगे डीजल की कारण फसलों की सिंचाई समय पर नहीं हो पाती है इससे फसलों का उत्पादन कम हो जाता है।
पीएम कुसुम योजना के तहत हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को 75% सब्सिडी प्रदान कर रही है। यह योजना केंद्र द्वारा अनुमोदित है लेकिन इसका संचालन राज्यों द्वारा किया जाता है।
पीएम कुसुम योजना क्यों प्रारंभ हुई
इस योजना का संचालन सरकार द्वारा 2019 से किया जा रहा है। Pm Kusum Yojana का लाभ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार राज्य सहित भारत के सभी राज्यों के किसान उठा सकते हैं। इस योजना को प्रारंभ करने का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के सुलभ साधन उपलब्ध कराना है। किसानों द्वारा डीजल पंप के माध्यम से सिंचाई करने पर प्रति एकड़ लगभग 10000 से ₹15000 का खर्चा आता है, वही सोलर पंप से सिंचाई लगभग फ्री में हो जाती है क्योंकि सोलर पंप खरीद पर भी सरकार द्वारा 75% की सब्सिडी दी जाती है।
इन शर्तों के साथ उठाएं योजना का लाभ
सोलर पंप सब्सिडी योजना का लाभ हजारों किसानों द्वारा उठाया जा रहा है। अगर आप किसान परिवार से आते हैं तो आप भी इस योजना का लाभ लेकर अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा सकते हैं। सरकार द्वारा 3HP से 10HP तक के सोलर वाटर पंप किसानों को उपलब्ध करा रही है। योजना के लाभ के लिए किसान के पास बिजली कनेक्शन उपलब्ध होना चाहिए। इसके अलावा किसान के पास खेती का मालिकाना हक भी होना चाहिए। सोलर पंप खरीदने के लिए किसान को अपने पास से कुल लागत का सिर्फ 10 पर्सेंट ही देना होगा।
किसान बिजली बेच कर भी कर सकते हैं अच्छी खासी कमाई
सोलर पंप के उपयोग से किसान भाई सिंचाई करने के साथ ही बची हुई बिजली को सरकार को बेचकर भी कमाई कर सकते हैं। बची हुई बिजली को किसान वितरण कंपनियों को भी बेच कर पैसे कमा सकते हैं। अगर किसान के पास 5 से 6 एकड़ जमीन है तो किसान हजारों रुपए महीनों की बिजली बेचकर कमाई कर सकते हैं।
इस तरह से आवेदन कर किसान उठाएं फायदा
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान भाइयों को अपने-अपने राज्यों की वेबसाइट पर जाना होगा। अगर आपके परिवार में भी कोई भी इस योजना का लाभ लेना चाहता है तो आपको pmkusum.mnre.gov.in नाम की वेबसाइट से जानकारी लेनी होगी तथा इसके बाद आप भी सोलर पंप सब्सिडी योजना का लाभ उठा सकते हैं।
निष्कर्ष
निष्कर्ष रूप में कह सकते हैं कि यह पीएम कुसुम योजना किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित होगी। हमें अपने पाठकों से अनुरोध है कि अपने परिवार के किसानों के लिए इस योजना का लाभ लेकर सोलर पंप अवश्य खरीदें। इसके अलावा किसी भी किसान भाई को सोलर पंप खरीदने में समस्या आए तो नीचे दिए गए टेलीग्राम चैनल अथवा व्हाट्सएप ग्रुप को अवश्य ज्वाइन करें।