प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी के द्वारा भारतीय किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की जा रही है। किसानों के लिए पीएम सम्मान निधि के तहत सालाना ₹6000 तथा सोलर पंप सब्सिडी जैसी योजनाओं के माध्यम से भारतीय किसान का कल्याण जारी है। भारतीय किसान कृषि के लिए मानसून पर ज्यादा निर्भर रहते हैं जिससे किसानों को सिंचाई के लिए महंगे डीजल का सहारा लेना पड़ता है।
भारतीय किसानों के पास आर्थिक समस्याओं के कारण अपनी फसलों में अच्छा उर्वरक ना डाल पाने से उनका फसल उत्पादन प्रभावित होता है। उर्वरक के महंगे होने के कारण छोटे किसान आर्थिक परेशानियां उठाते हैं। किसानों को उचित मूल्य पर खाद अथवा उर्वरक मिले इसके लिए केंद्र सरकार ने पीएम किसान खाद योजना ( pm Kisan Khad Yojana ) को प्रारंभ किया है। इस योजना के तहत किसानों को खाद सब्सिडी दी जाती है।
पीएम किसान खाद योजना
pm Kisan Khad Yojana के अंतर्गत किसानों को उर्वरक की खरीद पर सब्सिडी दी जाएगी। किसान सब्सिडी का फायदा अपने नजदीकी सहकारी खाद वितरण केंद्र में जाकर उठा सकते हैं। इस योजना के तहत देश के प्रत्येक किसान को उर्वरकों की खरीद पर साल में ₹11000 की सब्सिडी दी जाएगी। इस आर्थिक सहायता से किसानों की आर्थिक परेशानी काफी हद तक सुलझ जाएंगी।अब किसानों को समय पर खाद मिलने से वह अपनी फसलों की बुवाई उचित समय पर कर सकते हैं।
किसानों को दो किस्तों में दिया जाएगा योजना का लाभ
भारतीय किसानों के पास आर्थिक समस्याओं के कारण सिंचाई का उचित साधन ना होना, महंगे बीज, खाद तथा उर्वरक, सूखा, बाढ़ हैं। जिन किसानों के फसल इन कारणों से खराब हो जाती है तो उन्हें आर्थिक असुरक्षा का खतरा उत्पन्न हो जाता है। पीएम किसान खाद योजना के तहत किसानों को उर्वरक सब्सिडी के रूप में ₹11000 दो किस्तों में प्रदान किए जाएंगे। प्रथम किस्त में किसानों को खरीफ फसल से पहले ₹6000 की सब्सिडी तथा दूसरी किस्त में ₹5000 की रबी फसल की बुवाई से पहले प्रदान किए जाएंगे।
सरकार को यह उर्वरक सब्सिडी आखिर क्यों देनी पड़ रही है
pm Kisan Khad Yojana छोटे भारतीय किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। मौसम की अनिश्चितता की वजह से भारतीय कृषि में पिछड़ापन पाया जाता है। यह खाद सब्सिडी योजना इसी पिछड़ापन को दूर करने के लिए प्रारंभ की गई है। खाद्य सब्सिडी किसानों के खातों में DBT के माध्यम से डायरेक्ट पहुंचाए जाएगी, जिससे उनके पूरे पैसों का मिला सुनिश्चित होगा। किसानों को पूरी राशि उनके खाते में ट्रांसफर हो जाती है जिसका उपयोग वह अपनी कृषि पद्धतियों में फिर से करके फसल उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
किसान खाद सब्सिडी का लाभ इस तरह से उठाएं
खाद्य योजना अथवा उर्वरक सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसान को अपने नजदीकी खाद वितरण केंद्र जाकर वहां से उर्वरक सब्सिडी फार्म लेकर भरना होगा। उस फार्म में पूछे गए सभी जानकारियां पढ़ने के बाद आपको अपने बैंक खाता विवरण तथा कृषि दस्तावेजों को अटैच करना होगा। यह फार्म वहीं खाद विपणन केंद्र अधिकारी के पास जमा कर दें। उसके बाद आपको कुछ दिनों के बाद फार्म का सत्यापन होने के बाद खाद सब्सिडी आपके बैंक अकाउंट में पहुंच जाएगी।
निष्कर्ष-
हर भारतीय गरीब तथा छोटे किसान को इस खा सब्सिडी योजना का लाभ उठाना चाहिए। इसके लिए किसानों को अपने नजदीकी खाद वितरण केंद्र कार्यालय जाकर जानकारी हासिल करनी होगी। लेकिन अगर कोई भी समस्या आती है तो नीचे दिए गए टेलीग्राम चैनल अथवा व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन करें जिससे आपके खाद सब्सिडी संबंधित समस्या को सुलझाया जा सके।