मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 | हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना | HP Bal suposhan Yojana | मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 लाभ क्या है | मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के उद्देश्य क्या है | मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का प्रारंभ करने के लिए घोषणा किसने की हैं
नमस्कार दोस्तों, हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य के देखभाल के लिए उन्हें अनेकों तरह की बीमारियों से दूर रखने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत करने जा रही है। हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने अभी हाल ही में बजट 2022-23 पेश किया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 की शुरुआत करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री जी ने बाल सुपोषण योजना 2022 के लिए बजट में 65 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के माध्यम से बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री( दूध पिलाने वाली महिलाएं) के स्वास्थ्य में विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022
मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने बजट प्रस्तुत करते समय बताया कि डॉ वी. के.पाल जो नीति आयोग की सदस्य हैं। डॉ वी.के. पाल जी के साथ विस्तार-पूर्वक विचार-विमर्श के साथ एक्शन प्लान बनाया कि बच्चों को कुपोषण से बिल्कुल मुक्त करने के लिए एक नई योजना मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना शुरुआत की जाएगी। अतः मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 क्या है तथा इस योजना के लाभ एवं उद्देश्य क्या है? मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का क्रियान्वयन कैसे किया जाएगा एवं ऑनलाइन आवेदन कैसे करें आदि की विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बजट 2022-23 में मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 की शुरुआत करने की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के तहत राज्य के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाना एवं महिलाओं को एनीमिया से मुक्त किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से बच्चों में डायरिया, निमोनिया आदि बीमारियों का उपचार किया जाएगा जिससे बच्चों को होने वाली मूल बीमारी डायरिया, निमोनिया से बचाया जा सके और उनका शारीरिक विकास हो सके। मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने बजट प्रस्तुत करते समय बताया कि मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार बच्चों में स्टंटिंग, वेस्टिंग, कुपोषण एवं एनीमिया को समाप्त करने के लिए कृत संकल्प है तथा मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना को सात स्तंभों पर स्थापित किया जाएगा।
- बच्चों में होने वाली दो मूल बीमारी डायरिया, निमोनिया का शीघ्रता से पता लगाकर और उसका उपचार उपलब्ध कराना जिससे बच्चों के शारीरिक विकास में वृद्धि हो सके और वह कुपोषण मुक्त हो सकें।
- नवजात शिशु जिनका वजन कम है तथा कुपोषण से संभावित प्रभावित होने वाले बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल करना तथा नियमित रूप से समीक्षा करना
- पूरक पोषण प्रदान करने के लिए उपयुक्त प्रोटीन युक्त आहार( भोजन) उपलब्ध कराना
- बच्चों, गर्भवती महिलाएं तथा धात्री महिलाओं में एनीमिया के उपचार के लिए विशेष रुप से प्रयासरत रहना
- उच्च रक्तचाप और एनीमिया से पीड़ित गर्भवती महिलाएं व धात्री( दूध पिलाने वाली माता ) की समय पर जांच करना और उन्हें उपचार उपलब्ध कराना
- कुपोषण से प्रभावित बच्चों को उपचार उपलब्ध कराना
- IEC और Monitoring पर राज्य सरकार का विशेष ध्यान देना
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के प्रमुख बिंदु
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना |
शुरुआत किसने की | हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा |
लाभार्थी | बच्चे , गर्भवती महिलाएं एवं धात्री महिलाएं |
उद्देश्य | कुपोषण से मुक्त करना एवं पोषण युक्त आहार प्रदान करना |
अधिकारिक वेबसाइट | अभी जारी नहीं की गई |
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का क्रियान्वयन भारत सरकार और राज्य सरकार के परस्पर समन्वय तथा हिमाचल प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और प्रारंभिक शिक्षा विभाग के तालमेल से किया जाएगा। मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के सफल क्रियान्वयन के लिए यह बहुत जरूरी है कि सभी विभागों के मध्य संपूर्ण समन्वय स्थापित हो और विभागों में कार्यरत कर्मचारी एवं अधिकारियों के बीच नियमित रूप से योजना से संबंधित संवाद हो जिसके आधार पर आवश्यक सूचकांकों का चयन हो सके। सूचकांकों के सुदृढ़ इंटरफेस पोर्टेबिलिटी (Interface Portability ) और डाटा इंटर- ऑपरेबिलिटी (Data Inter-Operability ) सुनिश्चित की जाएगी और विस्तृत दिशा निर्देशों के साथ Monitoring Mechanism दो महीने में शुरू कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के लाभ
मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 से बच्चों एवं महिलाओं को निम्न प्रकार लाभ प्राप्त होगा।
- हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 की शुरुआत करने जा रही है।
- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के माध्यम से बच्चों को कुपोषण से मुक्त किया जाएगा और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाएं एवं धात्री महिलाओं को एनीमिया से मुक्त किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना का लाभ प्रदान करने के लिए 1000 नए आंगनवाड़ी केंद्र बनाए जाएंगे जिसके माध्यम से योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं व बच्चों को बेहतर सुपोषण मिलने से उनकी जान गंवाने का जोखिम कम होगा जिससे लिंगानुपात में भी सुधार होगा।
- इस योजना के माध्यम से डायरिया, एनीमिया एवं टी.वी जैसी बीमारियों के रोकथाम व उन्मूलन में सहायता मिलेगी
- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के माध्यम से बच्चों को पूरक पोषण प्रदान करने से उनके मानसिक एवं शारीरिक विकास में वृद्धि होगी जिससे देश में बोने पन एवं ठीगने की समस्या तथा अल्पविकसित दिमाग की समस्याओं से निजात मिलेगा। जिससे वह बेहतर शिक्षा हासिल करने के साथ-साथ समाज में सम्मान पूर्वक जीवन यापन कर सकते हैं।
- प्रदेश में स्थित अधिकांश ग्रामीण जनसंख्या गरीब है इस वजह से बच्चों एवं महिलाओं को पर्याप्त पोषण से युक्त भोजन नहीं मिल पाता है इसकी वजह से उनमें एनीमिया तथा कुपोषण जैसी समस्याएं पाई जाती हैं इस वजह से प्रदेश सरकार ने इस समस्या को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना की शुरुआत की है
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मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 में आवेदन
जैसा कि हमने अभी आपको बताया कि मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का लाभ आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभार्थी तक पहुंचाया जाएगा लेकिन इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बच्चे और महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों पर अपना पंजीकरण कराना होगा। बच्चों एवं महिलाओं का आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य की देखभाल की जाएगी। योजना का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं प्रारंभिक शिक्षा विभाग में आपसी तालमेल के माध्यम से योजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाया जाएगा अतः मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है।
निष्कर्ष
समस्त बिंदुओं पढ़ने व समझने के बाद कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना महिलाओं तथा बच्चो को कुपोषण, टी.वी ,डायरिया आदि रोगों से बचाव में काफी सहायक सिद्ध होगी । प्रदेश सरकार द्वारा व एनजीओ, निजी संगठनों माध्यम से भी इस योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन भी किया जाएगा जिससे इस योजना का लाभ महिलाओं व बच्चों को मिल सकेगा अतः मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 बच्चों महिलाओं के जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव लाएगी।
ऊपर आपने इस लेख में मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 को जाना तथा इसके लाभ क्या है एवं इसका क्रियान्वयन कैसे किया जाएगा यह जाना। यदि इसके अतिरिक्त कोई भी जानकारी आप प्राप्त करना चाहते हैं तो इस योजना से संबंधित कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर करें।
प्रश्न- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना क्या है
उत्तर- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना बच्चों एवं महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया जैसे बीमारियों मुक्त रखने के लिए हिमांचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजना है।
प्रश्न- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कितने बजट का प्रावधान किया गया है
उत्तर- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के लिए प्रदेश सरकार 65 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान किया है।
प्रश्न- मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना 2022 का उद्देश्य क्या है
उत्तर- मुख्यमंत्री बाल शोषण योजना 2022 का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से मुक्त करना है।
प्रश्न- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के क्रियान्वयन के लिए कितने आंगनवाड़ी केंद्र खोले जाएंगे
उत्तर- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना 2022 के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रदेश में 1000 नए आंगनवाड़ी केंद्र खोले जाएंगे।
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